सैनिटेशन कैपेसिटी बिल्डिंग प्लेटफार्म (एस.सी.बी.पी.)
ग्राहक/वित्तपोषक: बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन
अवधि: 4 वर्ष
प्रारंभ: 11-2019
परियोजना वेब लिंक: https://scbp.niua.org
परियोजना स्थल:भारत, उत्तराखंड
परियोजना प्रमुख: Mahreen Matto
सैनिटेशन कैपेसिटी बिल्डिंग प्लेटफार्म (एस.सी.बी.पी.) रा.न.का.सं. द्वारा संचालित एक मंच है जो विकेन्द्रीकृत स्वच्छता समाधानों की योजना,अभिकल्प एवं कार्यान्वयन के लिए शहरी स्थानीय निकायों, राष्ट्रीय नोडल प्रशिक्षण संस्थानों, शिक्षाविदों और निजी क्षेत्र की सहायतार्थ तथा क्षमता विकास करने के लिए प्रतिबद्ध विशेषज्ञों और संगठनों के एक सहयोगी अग्रणी के रूप में काम करता है। यह मंच शहरी स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करके भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (आ.औ.श.का.मं.) की सहायता करता है और मानव मल के सुरक्षित निपटान और शोधन पर ध्यान देते हुए खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ)की स्थिति से उभरने के लिए राज्यों और शहरों कों प्रोत्साहित करता है।
यह मंच नेटवर्करहित स्वच्छता प्रणालियों को बढ़ावा देता है और 2016 से कार्यरत है। पिछले 3 वर्षों में एस.सी.बी.पी. एक विश्वसनीय मंच के रूप में उभरा है, जिसमें शामिल हैं: राष्ट्रीय मल कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन संघ (एन.एफ़.एस.एम.एस.ए.) से 20 साझेदार, 8 नोडल राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान और 9 विश्वविद्यालय साझेदार। इसके साथ ही मंच ने मानकीकृत मल कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफएसएसएम) प्रशिक्षण मॉड्यूल, नीति पत्र, तकनीकी रिपोर्टें और शोध का एक पोर्टफोलियो विकसित किया है।;
एससीबीपी पोर्टल विकेंद्रीकृत शहरी स्वच्छता का एक ज्ञान मंच है।
नेट पर ढेर सारी जानकारी के साथ, यह साइट एससीबीपी के तहत जुटाई गयी शिक्षण और सहायक सामग्री, महत्वपूर्ण सरकारी आदेश और रिपोर्टों , प्रशिक्षण मॉड्यूल, कार्यशाला रिपोर्टों और प्रकाशनों के लिए एक संसाधन केंद्र बन गयी है। हम विकेंद्रीकृत स्वच्छता से सम्बद्ध रिपोर्टों और् प्रकाशनों , वीडियो और शिक्षण सामग्री के साथ-साथ अन्य संगठनों से सबसे प्रासंगिक लेख भी साझा करते हैं। हम इस मंच की सामग्री और पहुंच को बेहतर बनाने के लिए सहभागिता, सुझाव और इनपुट आमंत्रित करते हैं। कृपया अपने सुझाव संपर्क टैब के माध्यम से भेजें। .
We invite engagement, suggestions and inputs for improving the content and reach of this platform. Kindly send your suggestions through the contact tab.
परियोजना कार्यनीतियाँ
यह मंच कैसे काम करता है
रा.न.का.सं. की संकल्पना एस.सी.बी.पी. द्वारा 2015 में गेट्स फाउंडेशन ग्रांट के तहत की गई थी।.
रा.न.का.सं. मल कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफ.एस.एस.एम.) के लिए समर्थन जुटाने और जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर एससीबीपी मंच भागीदारों के नियोजन की पहल करता है और सुसाध्य बनाता है। तत्पश्चात राज्य और शहरी स्तर पर क्षमता विकास और विकेन्द्रीकृत स्वच्छता समाधानों के कार्यान्वयन के लिए मांगने पर सहायता भी देता है। एससीबीपी चार-मॉड्यूल आधारित क्षमता विकास आलंबन को बढ़ावा देता है।
एस.सी.बी.पी. राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर काम करता है। राज्य स्तर पर यह मंच वर्तमान में राजस्थान और उत्तराखंड राज्यों में रा.न.का.सं. के माध्यम से एक सक्षम वातावरण बनाने, राज्यव्यापी क्षमता विकास करने और विकेंद्रीकृत स्वच्छता समाधानों के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने का काम कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर यह मंच राष्ट्रीय योजनाओं के तहत मान्य नोडल राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थानों के साथ साझेदारी में विकेंद्रीकृत स्वच्छता के लिए क्षमता विकास का संचालन करता है। यह उपयुक्त प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित कर रहा है और भारत के 10 राज्यों में उनके वितरण में सहायता कर रहा है।.
विकेंद्रीकृत स्वच्छता समाधान ही क्यों
भारत में केंद्रीकृत स्वच्छता समाधान मानक नहीं हैं। भारत की 68% शहरी आबादी (2011 की जनगणना) स्थलीय स्वच्छता पर निर्भर थी, यथा सेप्टिक टैंक और गड्ढे या खुले में शौच। विकेंद्रीकृत स्वच्छता समाधान जिन्हें मोटे तौर पर मल कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफएसएसएम) के रूप में वर्गीकृत किया गया है, विभिन्न राष्ट्रीय मिशनों के तहत शहरी स्वच्छता के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। विकेंद्रीकृत स्वच्छता विकल्प केंद्रीकृत प्रणालियों का स्थान लेने या यहाँ तक कि उनकी कम परिचालन लागत के कारण उन्हें बदलने के लिए वैज्ञानिक दृष्टि से प्रमाणित समाधान हैं जिनमें सभी शहरी और पेरी शहरी बस्तियों के काम में आने और सभी के जीवन और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालने की संभाव्यता है।
एफ.एस.एस.एम. परिरोधन प्रणाली से मल कीचड़ का संग्रह और परिवहन है, एक निर्दिष्ट स्थल पर कीचड़ का शोधन, इसके बाद शोधित कीचड़ का सुरक्षित निपटान या पुन: उपयोग होता है।
लक्षित दर्शक
राष्ट्रीय मिशनों, राज्य और शहर के पदधारियों (सार्वजनिक स्वास्थ्य, इंजीनियरिंग और प्रशासन), निर्वाचित प्रतिनिधियों, निजी क्षेत्र के सलाहकारों और विक्रेताओं, गैर सरकारी संगठनों, शिक्षाविदों, राजमिस्त्री और बड़े पैमाने पर नागरिकों से लेकर सभी हितधारक।
यह मंच एस.सी.बी.पी. साझेदारों के लिए साझा और पारस्परिक शिक्षण का अवसर प्रदान करता है। शहरी स्वच्छता क्षमता विकास के सभी पहलुओं पर उनके ज्ञान संसाधनों को एकत्रित करना। मुख्य संदेश और विषयवस्तु तैयार करने सहित प्रशिक्षण मॉड्यूल, शिक्षण और सहायक सामग्री के संयुक्त विकास की सुविधा प्रदान करता है। राज्य सरकारों और शहरी स्थानीय निकायों तक एफ.एस.एस.एम. शोध, सहायता और सामर्थ्य को साझा करने और प्रसारित करने के लिए यह एक मंच भी है।.
पिछले दो वर्षों में इस मंच ने विकेंद्रीकृत स्वच्छता समाधानों पर प्रशिक्षण मॉड्यूल और शिक्षण सामग्री तैयार की है जिसे अब राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर बड़ी संख्या में दर्शक उपयोग में लाते हैं । एससीबीपी की तकनीकी सहायता के परिणामस्वरूप यूपी और बिहार राज्यों के लिए मल कीचड़ शोधन संयंत्रों के लिए पहला आकलन/डीपीआर तैयार हुआ है। नीति संबंधी परामर्श के परिणामस्वरूप यूपी और राजस्थान की एफएसएसएम नीति का पहला मसौदा तैयार हो गया है। शोध कार्य ने 4 राज्यों के शहरों के लिए स्वच्छता की स्थिति और चुनौतियों पर 4 रिपोर्टें तैयार की हैं।
कार्यनीतियाँ
- राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय क्षमता विकास सहायता: नीति संबंधी परामर्श, यूएलबी कर्मचारियों का प्रशिक्षण, अनुसंधान और इमदाद
- संस्थागत क्षमता विकास: नोडल एएमआरयूटी (अमरुत) एजेंसियां और राज्य प्रशिक्षण संस्थान क्षमता विकास और प्रशिक्षण सहायता
- अकादमी और निजी क्षेत्र क्षमता विकास सहायता और सहभागिता
राज्य स्तर पर क्षमता विकास कार्यनीति: 4 मॉड्यूल
- सुग्राही/अभिविन्यास प्रशिक्षण सभी यूएलबी के लिए (निर्वाचित प्रतिनिधि, यूएलबी और पैरास्टेटल के इंजीनियर, आयुक्त/ईओ)
- पहला विशेष प्रशिक्षण आयुक्त/ईओ और इंजीनियरों के लिए:
- ओडीएफ और ओडीएफ++ शहर और वाई/सिनार का एक्सपोजर दौरा (चयनित एसबीएम शहर)
- पुणे में एकीकृत अपशिष्ट जल प्रबंधन और एक्सपोज़र दौरा (चयनित एएमआरयूटी शहर)
- एफएसएम के लिए प्रौद्योगिकी विकल्प और देवनहल्ली का एक्सपोजर दौरा दस चयनित शहर जहाँ वार्धिक परिवर्तनों/डीपीआर तैयार के करने के सहायतार्थ विस्तृत नियोजन की योजना बनाई गई है)
- 4. अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर दौरा 10-15 चयनित शहरों के आयुक्त/ईओ और इंजीनियरों के लिए एफ.एस.एम. परियोजनाओं की योजना और वित्तपोषण पर जहां वार्धिक परिवर्तनों/डीपीआर तैयार करने के सहायतार्थ विस्तृत नियोजन की योजना बनाई गई है।
- अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर दौरा राज्य के अधिकारियों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, यूएलबी और पैरास्टैटल के इंजीनियरों, आयुक्त/ईओ के लिए (पांच चयनित शहर जिनके लिए एफएसटीपी के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए सहायता प्रदान की जानी है)
एससीबीपी अब एफएसएसएम पर पिछले 2 वर्षों में विकसित सभी प्रशिक्षण मॉड्यूल की समीक्षा कर रहा है, जिसका उद्देश्य उनकी विषयवस्तु , संरचना और प्रभािवता में सुधार करना है। एससीबीपी व्यापक पहुँच और प्रभाव के लिए एफएसएसएम को अपने प्रक्रिया पाठ्यक्रम में समाहित करने के लिए नोडल प्रशिक्षण संस्थानों और एकेडमिया के साथ भी अपना नियोजन बढा रहा है।
Mahreen Matto Team Lead
Anirban Bera Software Developer
Amita Pathria1 Program Officer Technical
Atul Kumar Team Assistant
Deep Pahwa Creative Lead
ShantanuKumar Padhi Senior Program Officer - Technical