भारत ने संचरण के जोखिम को कम करने और अतिसंवेदनशील/उच्च जोखिम वाली आबादी में संक्रमण के प्रसार में देरी करने के लिए कोविड-19 के उचित ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार में सुधार करने के लिए विभिन्न व्यवहार और जोखिम संचार कार्यनीतियों को नियोजित किया है, जिससे कोविड-19 के कारण बीमारी के बोझ और मृत्यु दर को कम किया जा सके। समुदाय में इन हस्तक्षेपों के प्रभाव का आकलन करने की आवश्यकता है क्योंकि महामारी से निपटने के लिए न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया शामिल है बल्कि अंतर-क्षेत्रीय समन्वय और सामुदायिक भागीदारी की भी आवश्यकता है। यूनिसेफ के सहयोग से रा.न.का.सं. ने एक क्षेत्र-आधारित अध्ययन किया है: • सामान्य लोगों के घरों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता/ज्ञान और कोविड-19 के लिए उपयुक्त व्यवहार और0020अभ्यास की सीमा का आकलन करें; • विभिन्न प्रकार की बस्तियों के घरों में कोविड-19 के उचित व्यवहार के संबंध में संतुष्टि के कारणों का पता लगाएँ; • कोविड-19 टीकाकरण अभियान के प्रति धारणा, स्वयं तथा घर के अन्य सदस्यों के टीकाकरण के प्रति व्यक्तिगत दृष्टिकोण से अवगत कराएँ।
Debolina Kundu Director (Additional Charge)
Krishna Surjyadas Research Associate
Pragya Sharma Project Manager